11 March 2022 Current Affairs सभी महत्यपूर्ण तथ्य जुटाए गए है। इस आर्टिकल में हम IAS, State PSC exams, SSC, Railway, Bank Exam, NDA Exam, सिविल सेवा परीक्षा एवम् अन्य सभी तरह की परीक्षाओं हेतु विश्वसनीय स्रोतों के माध्यम से करेंट अफेयर्स की चर्चा करेगे। Hindi Current Affairs के सभी करंट अफेयर्स इस एक पोस्ट में कवर किये गए है। Current Affairs in Hindi परीक्षा की दृष्टि से बहोत अधिक महत्यपूर्ण है।
11 March 2022 Current Affairs One Liner
द हिंदू ग्रुप को लगातार दूसरे वर्ष WAN-IFRA साउथ एशियन डिजिटल मीडिया अवार्ड्स 2021 में ‘पब्लिशर ऑफ द ईयर’ के रूप में नामित किया गया है।
राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (एनएसएम) ने 1.66 पेटाफ्लॉप्स की सुपरकंप्यूटिंग क्षमता के साथ, आईआईटी रुड़की में परम गंगा-एक उच्च प्रदर्शन कम्प्यूटेशनल (एचपीसी) सुविधा तैनात की है।
महिला और बाल विकास मंत्रालय (MoWCD) ने शिक्षा मंत्रालय और यूनिसेफ के साथ साझेदारी में, कन्या शिक्षा प्रवेश उत्सव शुरू किया, जो भारत में स्कूल से बाहर की किशोरियों को औपचारिक शिक्षा और या कौशल प्रणाली में वापस लाने के लिए एक अभियान है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और यूनाइटेड किंगडम के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (MoU) को मंजूरी दी।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (सीपीएसई) और अन्य सरकारी एजेंसियों की अधिशेष भूमि और भवन संपत्ति का मुद्रीकरण करने के लिए राष्ट्रीय भूमि मुद्रीकरण निगम (एनएलएमसी) की स्थापना को मंजूरी दी।
एलोन मस्क द्वारा संचालित स्पेसएक्स ने 48 नए स्टारलिंक उपग्रहों को कक्षा में सफलतापूर्वक लॉन्च किया।
एयर मार्शल बी चंद्रशेखर, अति विशिष्ट सेवा पदक (एवीएसएम) के साथ, हैदराबाद में भारतीय वायु सेना अकादमी के कमांडेंट के रूप में पदभार संभाला।
भारत की अनुभवी भारतीय तेज बॉलर झूलन गोस्वामी ने ऑस्ट्रेलिया की पूर्व स्पिनर लिन फुलस्टन की 39 स्केल की बराबरी की और महिला विश्व कप में संयुक्त रूप से सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज बन गईं है।
आंध्र प्रदेश ने लगातार दूसरे वर्ष SKOCH स्टेट ऑफ गवर्नेंस रैंकिंग में अपना नंबर एक स्थान बरकरार रखा है।
केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने आज लद्दाख में नेशनल जेनेरिक डॉक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एनजीडीआरएस) तथा असम में विशिष्ट भूखंड पहचान संख्या (यूएलपीआईएन) का शुभारंभ किया।
भारत का संयुक्त साहित्य उत्सव, साहित्य अकादमी का फेस्टिवल ऑफ लैटर्स, साहित्योत्सव आज नई दिल्ली में शुरू हुआ।
भारतीय मानक ब्यूरो ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आईआईटी रुड़की के साथ ‘बीआईएस मानकीकरण चेयर प्रोफेसर’ की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
केंद्रीय कैबिनेट ने राष्ट्रीय भूमि मुद्रीकरण निगम के गठन को मंजूरी दे दी है।
अर्थव्यवस्था Hindi Current Affairs Detailed
केंद्रीय कैबिनेट ने राष्ट्रीय भूमि मुद्रीकरण निगम के गठन को मंजूरी दे दी है।
हाल ही में, केंद्रीय कैबिनेट ने राष्ट्रीय भूमि मुद्रीकरण निगम के गठन को मंजूरी दे दी है
राष्ट्रीय भूमि मुद्रीकरण निगम का गठन “स्पेशल पर्पज व्हीकल” के रूप में किया गया है।
राष्ट्रीय भूमि मुद्रीकरण निगम का गठन वित्त मंत्रालय का लोक उद्यम विभाग करेगा।
राष्ट्रीय भूमि मुद्रीकरण निगम का प्रशासनिक मंत्रालय वित्त मंत्रालय का लोक उद्यम विभाग होगा।
वर्तमान समय में CPSE’s के पास उपलब्ध भूमि कम उपयोगी या आंशिक उपयोगी है।
इस उपलब्ध भूमि का मुद्रीकरण किया जायेगा।
टेक्नोलॉजी 11 March 2022 Current Affairs
भारतीय मानक ब्यूरो ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आईआईटी रुड़की के साथ ‘बीआईएस मानकीकरण चेयर प्रोफेसर’ की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
हाल ही में, भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आईआईटी रुड़की में “बीआईएस मानकीकरण चेयर प्रोफेसर” की स्थापना के लिए 10 मार्च 2022 को आईआईटी रुड़की (आईआईटीआर) के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
मानकीकरण और अनुपालन मूल्यांकन पर गतिविधियों के लिए संस्थान में बीआईएस द्वारा स्थापित यह पहली मानकीकरण चेयर होगी।
समझौता ज्ञापन देश में मानकीकरण और अनुपालन मूल्यांकन के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास, शिक्षण और प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करेगा, जिसमें सिविल, विद्युत, यांत्रिक, रसायन, भूकंप इंजीनियरिंग, जल संसाधनों के विकास और प्रबंधन और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं, बुनियादी ढांचा विकास, चिकित्सा जैव प्रौद्योगिकी और नैनो प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी, जैव सामग्री, आदि के क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
यह छात्रों को इस बारे में संवेदनशील बनाने में भी मदद करेगा कि कैसे मानक नवाचार को प्रोत्साहित और सुविधाजनक बना सकते हैं। इससे छात्रों को भविष्य की पेशेवर चुनौतियों के लिए बेहतर तरीके से तैयार करने में मदद करेगे।
संस्कृति Current Affairs in Hindi
भारत का संयुक्त साहित्य उत्सव, साहित्य अकादमी का फेस्टिवल ऑफ लैटर्स, साहित्योत्सव नई दिल्ली में शुरू हुआ।
हाल ही में, भारत का संयुक्त साहित्य उत्सव, साहित्य अकादमी का फेस्टिवल ऑफ लैटर्स, साहित्योत्सव आनई दिल्ली में शुरू हुआ।
फेस्टिवल ऑफ लेटर्स 2022 भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह के एक हिस्से के रूप में मनाया जा रहा है।
अकादमी द्वारा मान्यता प्राप्त 24 भारतीय भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले 26 युवा लेखकों ने सुबह 10.30 बजे से रवींद्र भवन लॉन में आयोजित ‘‘द राइज ऑफ यंग इंडिया’’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
इसके अलावा 24 आदिवासी भाषाओं के प्रतिनिधित्व के साथ रवीन्द्र भवन लॉन में 11 मार्च 2022 को सुबह 10 बजे से ‘‘आदिवासी लेखकों की बैठक’’ आयोजित की जाएगी।
ग्रामीण विकास March Current Affairs
केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने आज लद्दाख में नेशनल जेनेरिक डॉक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एनजीडीआरएस) तथा असम में विशिष्ट भूखंड पहचान संख्या (यूएलपीआईएन) का शुभारंभ किया।
हाल ही में, केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने आज लद्दाख में नेशनल जेनेरिक डॉक्युमेंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एनजीडीआरएस) और आसाम में विशिष्ट भूखंड पहचान संख्या (यूएलपीआईएन) का शुभारंभ किया।
सरकार, पंचायती राज मंत्रालय की फ्लैगशिप योजना स्वामित्व और भूमि संसाधन विभाग की यूएलपीआईएन योजना को जोड़कर देश के प्रत्येक भूभाग को एक यूनिक भू-आधार नंबर देने के बारे में विचार कर रही हैं।
भूमि संसाधन विभाग, भारत सरकार राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के बीच भूमि संबंधी कार्यकलापों को गति देने के लिए विशेष रूप से डिजिटल इंडिया भूमि अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम चला रहा है।
इसी कार्यक्रम के अंतर्गत विकसित राष्ट्रीय जेनेरिक दस्तावेज रजिस्ट्रीकरण प्रणाली (एनजीडीआरएस) तथा विशिष्ट भूखंड पहचान संख्या (यूएलपीआईएन) प्रणाली को विभिन्न राज्यों/केन्द्र शासित क्षेत्रों द्वारा अपनाया गया है।
विशिष्ट भूखंड पहचान संख्या (यूएलपीआईएन) क्या है?
भूमि के प्रबंधन में धोखा-धड़ी तथा विवादों को रोकने तथा एक सामान्य रूप से विशिष्ट पहचान के लिए अलपिन प्रणाली प्रारम्भ की गई है जिसमें भूखंड के भौगोलिक स्थिति के अनुसार सॉफ्टवेयर के माध्यम से एक विशिष्ट पहचान का सृजन हो जिसे विशिष्ट भूखंड पहचान संख्या (यूनिक लैंड पार्सल आइडेंटिफिकेशन नंबर) का नाम दिया गया है।
असम को मिला कर कुल 14 राज्यों/केन्द्र शासित राज्यों में ही लागू किया गया है और 6 राज्यों में पाइलट टेस्ट किया जा चुका है तथा सरकार इसे वर्ष 2022-23 तक पूर्ण कर लेगी।
विशिष्ट भूखंड पहचान संख्या (यूएलपीआईएन) से लाभ
विशिष्ट भूखंड पहचान संख्या (यूएलपीआईएन) से पैन नंबर, आधार नंबर और भू-आधार की वजह से देश में जमीनों के मामले में भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी लगभग शून्य हो जाएंगे।
लोगों को राजस्व कचहरी के धक्के खाने से छुटकारा मिलेगा और कोर्ट केस कम हो जाएंगे।
जमीन का दस्तावेज होने से लोगों को बैंक से लोन प्राप्त करने में सहायता होगी।
इसके अलावा सरकार को राजस्व में फायदा होगा और प्रधानमंत्री किसान योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, फर्टिलाइजर सब्सिडी, आपदा प्रबंधन आदि योजनाओं के कार्यान्वयन में सरलता होगी।
प्रत्येक भूभाग का एक युनिक भू-आधार नंबर होने की वजह से ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके पेस्टिसाइड का छिड़काव तथा फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसी भूभाग में फसल का निरीक्षण करना आसान हो जायेगा।
ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके दूरदराज के क्षेत्रों में डिलीवरी भी की जा सकती है।
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